इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के किसानों तथा सामान्य नागरिकों को सटीक मौसम पूर्वानुमान, वर्षा, तापमान, आर्द्रता तथा अन्य मौसमी जानकारी उपलब्ध कराना था, ताकि कृषि कार्यों में बेहतर योजना बनाई जा सके और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव हो सके। स्थापना के करीब एक वर्ष बीत जाने के बाद भी यह केंद्र पूरी तरह निष्क्रिय पड़ा हुआ है। न तो कोई मौसम डेटा एकत्र किया जा रहा है और न ही इसे किसानों तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था सक्रिय हुई है।